प्रत्येक बाल सृजनात्मक, मानवीय, नव उन्मेषण और आमोद-प्रमोद से युक्त संसार में पूर्ण रूप से सहभागी, सहयोग एवं प्रयासरत रहे।
कला, वैज्ञानिक गतिविधियों एवं शारीरिक क्रियाकलापों में प्रखर अनुभवों के जरिए बच्चों में जिज्ञासा जागृत करने और सम्भावनाओं के उत्सव से अवसर मुहैया कराना।
° सृजनात्मकता एवं परिकल्पना। ° उत्कंठा एवं विविधता। ° धर्म निरपेक्षता एवं वैविध्य। ° अखंडता ° पर्यावरण एवं सामाजिक संवेदनशीलता। ° लचीलापन