कैसे और क्यों
विज्ञान को समझने के लिए बच्चे में सिर्फ यह पूछने की जिज्ञासा होनी चाहिए कि ऐसा ‘कैसे’ होता है और ‘क्यों’ होता है तथा उसमें सीखने की उत्सुकता होनी चाहिए। कैसे और क्यों अनुभाग का मूल वाक्य है ‘विज्ञान कौतूहल’ है। रासायनिक प्रयोग करने की लिए इस विभाग में एक छोटी प्रयोगशाला है। बच्चे चाक, शू-पालिश, नेल पालिश और अन्य प्रसाधन की चीजों जैसे उत्पाद बनाकर आनन्द महसूस करते हैं। छोटे बच्चे भी अवधारणा समझने के लिए मूलभूत प्रयोग करते हैं। यह प्रयोगशाला भौतिकी एवं जीव-विज्ञान के प्रयोग करने में सहायक है। बच्चों की अभिरूचि के अनुसार विशेष अवसरों पर अनेक बार लोकप्रिय व्याख्यान और प्रयोगों का आयोजन किया जाता है। कतिपय वैज्ञानिक परियोजनाओं के प्रयोग करने के अलावा बच्चों को नवोन्मेषी वैज्ञानिक मॉडल विकसित करने मे भी उनकी मदद की जाती है।