राष्ट्रीय बाल भवन का संस्कृति शिल्प ग्राम बाल भवन का एक ओर विशेष आकर्षण है जिसमें परिसर के अंदर ही एक गाँव का दृश्य चित्रित किया गया है। इनमें छोटी झोपडि़या, मचान, झूले गाँव का कुआँ तथा उसके पास पानी निकालने के लिए खड़ी एक औरत, गाय तथा बछड़ा, एक किसान तथा बैल, चौपाल (बैठने के लिए), गाय के गोबर तथा मिट्टी लीपकर बनाया गया फर्श/दीवारें जिस पर लोक कलाओं से चित्रकारी की गई है, ये सभी विशेषताएँ इस संस्कृति-शिल्प ग्राम को अद्वितीय बनाते हैं।.