दिग्दर्शन

orgnisation structure NBB

स्कूल आयु वर्ग के 30 करोड़ बच्चों के दृष्टिगत 2020 के मध्य तक वैश्विक ज्ञान के अग्रेता के रूप में भारत का भविष्य तभी संरक्षित है, जब हम प्रत्येक बच्चे में सृजनात्मक एवं क्षमता का सम्पोषण कर सकें। राष्ट्रीय बाल भवन के संस्थापक श्री जवाहर लाल नेहरू ने महसूस किया था कि इस लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए बाल भवन बच्चे के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में औपचारिक शिक्षा प्रणाली में काफी कम संभावना है। उन्होंने इस कमी की संपूर्ति में राष्ट्रीय बाल भवन को एक पर्याय के रूप में बच्चों की जिज्ञासा और कल्पना का सम्पोषण किया, उन्हें बाल्यकाल का आनन्द एवं उत्साहपूर्ण अध्ययन में मदद की है। बाल भवन आन्दोलन आज बच्चों को भावी सृजनशील चिन्तक, डिजाईनर, वैज्ञानिक, नेता, राष्ट्रभक्त एवं जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में सतत प्रयत्नशील हैं, जो समाज में अपना योगदान दे सकें।


भूमिका :


राष्ट्रीय बाल भवन को निम्नलिखित बहुआयामी भूमिका निभानी होती है :-

क) उन्मुक्त अध्ययन अनुभव के लिए प्रोटो-टाईप बाल-संस्थान

• सृजनात्मक अभिव्यक्ति एवं क्रियाकलाप के अनुरूप बच्चों को उन्मुक्त वातावरण उपलब्ध करवाकर स्कूल प्रणाली को अनुपूरक बनाना।

• वोकेशनल कार्यों के लिए बच्चों की मदद करना।

• बच्चों को उनकी छिपी क्षमता महसूस कराने के लिए अवसर प्रदान करना।

• सृजनात्मकता के क्षेत्र में अनुसंधानकत्र्ताओं के अवसर देना।

• रचनात्मक प्रतिभा की पहचान करता है और रचनात्मक कला, रचनात्मक प्रदर्शन , सृजनात्मक लेखन और रचनात्मक वैज्ञानिक नवाचार के क्षेत्र में 'बाल श्री योजना' के माध्यम से उन्हें सम्मान देता है।

• बाल भवन का राष्ट्रीय बाल संग्रहालय देश में बच्चों का एक मात्र ऐसा संग्रहालय है, जिसे राष्ट्रीय दर्जा हासिल है।

• विभिन्न उद्देश्य एवं थीम पर बच्चों और समाज को शामिल करके सामूहिक गतिविधियों के माध्यम से जन-चेतना का निर्माण करके तथा खेल-खेल में क्रिया पद्धति अपनाकर अध्ययन के दर्शन द्वारा गैर-औपचारिक अध्ययन केन्द्र के रूप में कार्य करना।

• Acts as an effective non-formal learning centre where philosophy of learning by doing and play way methods are adopted.


ख) सृजनात्मक संसाधन केन्द्र

• सृजनात्मक शिक्षा के लिए प्रशिक्षण सुविधा प्रदान कराना। राष्ट्रीय प्रशिक्षण संसाधन केन्द्र सृजनात्मक कला, कला प्रदर्शन, विज्ञान शिक्षा, शारीरिक शिक्षा पुस्तकालय ज्ञान के क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए समन्वित प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करता है। दृश्य कला कार्यशालाओं में कला और शिल्प तथा प्रदर्शन कला के शिक्षकों को आम मंच उपलब्ध होता है।

• यह केन्द्र समन्वित अध्ययन के लिए शिक्षकों व प्रशिक्षकों के लिए मार्गदर्शन एवं अध्ययन सुविधायें प्रदान करता है।

• सृजनात्मक अध्यायन तकनीकों के विकास तथा कला में शैक्षिक किट के विकास में सहायता करता है।


ग) शीर्षस्थ निकाय

• सभी मान्यताप्राप्त बाल भवनों के लिए एक मॉडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।

•‘कैसे और क्यों’ के लिए मान्यता प्राप्त बाल भवनों तथा अपेक्षित शैक्षिक संस्थाओं को मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करता है।

• नए बाल भवनों की स्थापना में मदद करता है।

• राष्ट्रीय स्तर की कार्यशालाओं, सेमिनारों तथा सम्मेलनों के आयोजन में मान्यता प्राप्त बाल भवनों के साथ समन्वय स्थापित करता है।

• विज्ञान वीथिकाओं, विज्ञान वाटिकाओं, नक्षत्र मण्डल यूनिटों, संग्रहालयों, कम्प्यूटर प्रयोगशालाओं, साहसिक कार्य पार्क आदि को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।

• सभी मान्यता प्राप्त बाल भवनों के बच्चों को राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अवसर उपलब्ध कराना।


घ ) राष्ट्रीय / अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का संस्थान

• राष्ट्रीय बाल भवन बच्चों की अनौपचारिक शैक्षिक संस्था का अद्वितीय एवं उत्कृष्ट संस्थान है।

• अन्य देशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों को संचालित करना।

• बाल सभाओं, अन्तर्राष्ट्रीय एकीकरण शिविरों का आयोजन, जिसमें अन्य देशों के बच्चे भी भाग लेते हैं।

हमारे लाभग्राहीगण :


राष्ट्रीय बाल भवन और मान्यता प्राप्त बाल भवन वैयक्तिक विभेद के आधार पर कोई भेवभाव किए बगैर सभी बच्चों को सम्मान अवसर प्रदान करता है। बाल भवन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशिष्ट/विविध आवश्यकताओं की संपूर्ति के लिए बच्चों पर विशेष ध्यान देता है। हमारा विश्वास है कि समाज के सम्पूर्ण विशेष वर्ग तक पहुंच बनाई जाए ताकि मानव संसाधन की पहचान करके बाल्यावस्था से पूर्व इसे सम्पोषित किया जा सके। बाल भवन बच्चों के वैयक्तिक विकास के साथ-साथ उन्हें बहुमूल्य गतिविधियों जैसे सामूहिक गान, सामूहिक पेंटिंग, विशाल रैली, विस्तृत विचार-विमर्श, विस्तृत सृजनात्मक लेखन जैसी गतिविधियों में बच्चों को संलिप्त करता है और सृजनात्मक, विज्ञान मेलों एकीकरण-शिविरों का आयोजन करता है, जिसमें विशाल वृक्षारोपण सामाजिक दायित्व में वृद्धि के लिए सामाजिक संचेतना/समाज के विभिन्न वर्ग के बच्चों में सामाजिक-सहभागिता की भावना के विकास के लिए कार्यक्रम शामिल है। इसमें समन्वित अध्ययन-अध्यापन और नवोन्मेषी अध्यापन नीतियों में अध्यापकों/प्रशिक्षु अध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान करना भी शामिल हैं।