मछली घर


Fish Aquarium

 

मछली घर में बच्चे मछलियों के व्यवहार, उनके खान-पान की आदतों, पानी में रहने वाली विभिन्न प्रजातियों की परस्पर निर्भरता तथा मत्स्य प्रजनन के बारे में ज्ञान अर्जित करते हैं। मछलियों के बारे में जानकारी हासिल करने के दौरान वे एक्वेरियम बनाने की तकनीक भी सीखते हैं, जैसे कि पानी के दबाव का ज्ञान, इसकी सतह पर स्थिति, पी.एच. फैक्टर, बर्तन का आकार और मछली के जीवन के लिए पानी में आक्सीजन के सतत प्रवाह आदि। नियमित परिचर्चा और विचार-विमर्श मछली घर गतिविधि का अभिन्न अंग है। मछलीघर में बच्चों की स्वभाविक उत्सुकता और प्रश्नों के उत्तर ऐसे विमर्श सत्रों में प्रदान किए जाते हैं, जैसे कि मछली को पोषाहार मछलियों के लिए सुचारू अवस्थापन जिससे कि वे सुविधापूर्वक तैर सकें, शुद्ध जल की मछलियों व समुद्री जल की मछलियों के बीच अन्तर, भिन्न प्रजाति की मछलियों के मुख की स्थिति और उनका सामाजिक व्यवहार। बच्चे योद्धा मछली को देखकर प्रसन्न होते हैं, जो अकेले रहना पसंद करती है।

मछली घर में इस किस्म की मछलियां भी रखी गई है, जो अंधेरे में, गहरी गुफाओं में रहना पसंद करती है, क्योंकि इनके आंखें नहीं होती। बच्चे सकर-माऊथ कैट नायक मछलियों को देखकर खुश होते हैं जो प्राकृतिक रूप से सफाई करती है। वे जलकीटों को खाकर मछलीघर को साफ करती है। लाईव-बीयरर्स मछली की एक और प्रजाति काफी रोचक और अद्वितीय है, जिसके शरीर में अण्डे रखकर छोटी मछलियां हासिल की जाती हैं। ऐसे दिलचस्प उदाहरणों से बच्चे न केवल आल्हादित होते हैं अपितु समुद्र जगत के बारे में अधिक से अधिक जानकारी पाने के लिए प्रोत्साहित भी होते हैं।