लाल बत्ती कहती है - रूक जाओ अभी, चलना नहीं, नहीं , नहीं
पीली बत्ती कहती है - हो जाओ तैयार
हरी बत्ती कहती है - अब चलो लेकिन बस अपनी पंक्ति और लेन में।
ट्रैफिक पार्क में अलग-अलग बत्तियाँ यही संदेश देती दिखाई पड़ती हैं और जब बच्चों को इन नियमों का पालन करना होता है, तो वे राष्ट्रीय बाल भवन के ट्रैफिक पार्क में नियम अपने आप सीख जाते हैं। बच्चों को खेल-खेल में ट्रैफिक के नियम तथा सड़क सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न बातें सिखाने के लिए राष्ट्रीय बाल भवन में दिल्ली टै्रफिक पुलिस के सहयोग से एक ट्रैफिक पार्क बनाया गया है। इस पार्क में ट्रैफिक की बत्तियाँ, रोड़ के चिन्ह, छोटे-छोटे रोड़ तथा रोड़ क्रासिंग आदि बनाए गए हैं। बच्चों को छोटी-छोटी साईकिलें दी जाती हैं और उन्हें रोड़ पर सिग्नलों के महत्व के बारे में बताया जाता है। इस पार्क में दृश्य-श्रव्य माध्यम से भी चीज़ों को समझाने की व्यवस्था की हुई है। बच्चों को सड़क-सुरक्षा से जुड़ी फिल्में, स्लाईड शो आदि भी दिखाए जाते हैं। टै्रफिक पार्क भी बाल भवन के आकर्षणों में से एक है, जो बच्चों के मनोरंजन के साथ-साथ उन्हें शिक्षा भी प्रदान करता है।